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इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर बनाने की चाह रखने वाले हर स्टूडेंट का पहला लक्ष्य होता है जेईई मेन परीक्षा में सफल होना। इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए होने वाली देश की सबसे बड़ी परीक्षा ज्वाइंट एंटरेंस टेस्ट (जेईई) मेन का आयोजन इस बार 1 से 6 सितंबर के बीच होना है। हालांकि, कोरोना के बीच परीक्षा के आयोजन को लेकर स्टूडेंट्स और पेरेंट्स लगातार इसका विरोध कर रहे हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली इस परीक्षा के जरिए आईआईटी, एनआईटी, जीएफटीआई जैसे बड़े टेक्निकल इंस्टिट्यूट में एडमिशन मिलता है। आइए जानते हैं जेईई के बारे में वह सब कुछ जो एक स्टूडेंट के तौर पर आपके लिए जानना जरूरी है-
क्या है जेईई मेन?
ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई मेन) का संचालन मानव संसाधन विकास मंत्रालय यानी शिक्षा मंत्रालय की एजेंसी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा किया जाता है। इस परीक्षा में मिले स्कोर के आधार पर देश के विभिन्न इंजीनियरिंग संस्थानों में एडमिशन ले लिया जा सकता है। देश के इस सबसे बड़े और मुश्किल एग्जाम में हर साल लाखों स्टूडेंट्स शामिल होते हैं।
परीक्षा का आयोजन तीन स्तर पर किया जाता है। जिसमें पहले दो स्तर जेईई मेन के होते हैं, जबकि अंतिम और तीसरा स्तर जेईई एडवांस होता है। तीनों स्तर में मिले स्कोर और रैंकिंग के बाद बनी लिस्ट के आधार पर स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया जाता है।
एलिजिबिलिटी
परीक्षा में आवेदन करने वाले उम्मीदवार को 12वीं पास होना चाहिए। हालांकि इसके लिए कोई आयु सीमा तय नहीं की गई है। परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को लैंग्वेज, मैथ्य, फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोटेक्नोलॉजी या किसी अन्य सब्जेक्ट का भी ज्ञान होना चाहिए। किसी भी उम्मीदवार को लगातार 3 सालों तक जेईई मेन देने की अनुमति है। यानी कि साल में दो बार आयोजित होने वाली इस परीक्षा में उम्मीदवार 3 साल में 6 बार प्रयास कर सकते हैं।
इसके अलावा परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवार की नागरिकता भारतीय होनी चाहिए। साथ ही 12वीं की परीक्षा में कम से कम 75 फीसदी मार्क्स और अनुसूचित जाति और जनजाति के उम्मीदवारों के लिए 65 फीसदी अंक होना अनिवार्य है।
एग्जाम पैटर्न
इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए होने वाली यह परीक्षा ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड में आयोजित की जाती है। कैंडिडेंट्स जेईई मेन ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड में दे सकते हैं, लेकिन पेपर 2 में सिर्फ पेन- पेपर बेस्ड परीक्षा देनी होती है। परीक्षा का आयोजन दो शिफ्ट में कराया जाता है, जो हिंदी इंग्लिश और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में होती है। बीई -बीटेक के लिए कुल 90 और बी.आर्क या बी. प्लानिंग के लिए 82 प्रश्न पूछे जाते हैं। साथ गलत आंसर देने पर नेगेटिव मार्किंग की जाती है।
सिलेबस
जेईई मेन के लिए सिलेबस NTA द्वारा निर्धारित किया गया है। परीक्षा में 12वीं या उसके सामान सिलेबस से प्रश्न पूछे जाते हैं। इसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स, एप्टिट्यूड टेस्ट, ड्रॉइंग टेस्ट आदि शामिल है। फिजिक्स में जहां काइनेटिक्स, लॉ ऑफ मोशन, वर्क, एनर्जी एंड पावर, ग्रेविटेशन थर्मोडायनेमिक्स, काइनेटिक थ्योरी ऑफ़ गैसेस आदि से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं। वहीं, केमिस्ट्री में तीन खंड के आधार पर प्रश्न पूछे जाते हैं।
एडमिट कार्ड
1 सितंबर से शुरू होने वाली परीक्षा के लिए एनडीए ने 17 अगस्त को ही एडमिट कार्ड जारी कर दिया है। परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट jeemain.nta.nic से अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। एजेंसी द्वारा दिए गए एडमिट कार्ड पर नाम, परीक्षा केंद्र का पता, एडमिट कार्ड नंबर, रोल नंबर, परीक्षा का समय, लिंग, पेपर प्रदर्शित होने का समय आदि जानकारी दी जाती है।
कैसे डाउनलोड करें एडमिट कार्ड
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सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट jeemain.nta.nic.in पर जाएं।
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यहां होमपेज पर JEE Mains Admit card लिंक पर क्लिक करें।
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अब डिस्प्ले स्क्रीन पर एक नया पेज दिखाई देगा।
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यहां अपना रजिस्ट्रेशन नंबर और पासवर्ड डालकर सबमिट करें।
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डिस्प्ले स्क्रीन पर जेईई मेन्स का एडमिट कार्ड दिखेगा।
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एडमिट कार्ड डाउनलोड करें और भविष्य के लिए उसका प्रिंट आउट ले लें।
परीक्षा केंद्र
कोरोना के बीच हो रही परीक्षा के लिए NTA ने इस बार परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया है। जिसके बाद अब यह परीक्षा 570 केंद्रों की जगह 660 केंद्रें में आयोजित की जाएगी। इसके अलावा परीक्षा के एक शिफ्ट में 1 लाख 32 हजार कैंडिडेट्स की जगह अब सिर्फ 85000 कैंडिडेट्स को बैठाया जाएगा। हाल ही में एनडीए ने कैंडिडेट्स को आवंटित किए गए परीक्षा केंद्रों की जानकारी ऑफिशल वेबसाइट पर अपलोड की है।
रिजल्ट
परीक्षा के बाद NTA द्वारा निर्धारित तारीख पर जेईई मेन का रिजल्ट जारी किया जाता है। हालांकि, इस बार कोरोनावायरस के कारण परिणाम की तारीख तय नहीं की गई है। परीक्षा के नतीजे ऑनलाइन जारी किए जाएंगे, जिसे स्टूडेंट्स रोल नंबर और अन्य जानकारी दर्ज कर देख सकते हैं। एजेंसी की तरफ से जारी किए गए रिजल्ट में सब्जेक्ट वाइज स्कोर, पहले और दूसरे प्रयास में हासिल की NTA स्कोर, 2 अंकों में से बेस्ट स्कोर, ऑल इंडिया रैंक, जेईई एडवांस के लिए कटऑफ आदि जारी किए जाते हैं।
कटऑफ
आईआईटी, एनआईटी और जीएफटीआई में एडमिशन पाने के लिए न्यूनतम अंक लाने होते हैं। प्रत्येक श्रेणी, शाखा, संस्थान के लिए अलग-अलग कटऑफ जारी होता है। जिसके बाद इन कॉलेज में एडमिशन लिया जाता है। रिजल्ट जारी होने या काउंसलिंग के बाद NTA की तरफ से ऑनलाइन कटऑफ जारी किया जाता है। कटऑफ हासिल करने वाले उम्मीदवार अगले स्तर यानी जेईई एडवांस के लिए क्वालीफाई करते हैं। परीक्षा के लिए निम्न कारकों के आधार पर कटऑफ किया जाता है- परीक्षा में प्राप्त हुए आवेदन
- पेपर में पूछे गए प्रश्नों की संख्या
- परीक्षा का कठिनाई स्तर
- छात्रों का प्रदर्शन
- बीते सालों के जेई ई-मेल के कट ऑफ
जेईई मेन के कटऑफ ट्रेंड
काउंसलिंग
जेईई मेन की काउंसलिंग जॉइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (JoSSA) के जरिए की जाती है। JoSSA एक कंडक्टिंग बॉडी है, जो जेईई मेन और जेईई एडवांस दोनों के लिए काउंसलिंग करवाती है। जेईई मेन के लिए काउंसलिंग और सीट आवंटन उम्मीदवार की योग्यता, सीटों की उपलब्धता, संस्थान और कोर्सेस की पसंद पर आधारित होती है। जेईई मेन के लिए काउंसलिंग में दो मॉक राउंड के बाद सात राउंड होंगे।
सीट आवंटन
ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (JoSSA) के पास सीट आवंटन के प्रबंधन और नियमन करने का अधिकार है। JoSSA द्वारा आवंटित सीट के जरिए एकेडमिक ईयर 2020-21 के लिए 100 से ज्यादा संस्थानों को एडमिशन दिया जाएगा। साल 2020 में जेईई मेन के लिए आवंटित सीट-
कैटेगरी |
टोटल सीट्स | GFTIs | IIITs | NITs | IITs |
ओपन | 19313 | 2742 | 1918 | 8802 | 5851 |
ओपन-PWD | 971 | 136 | 97 | 462 | 276 |
एससी | 5553 | 624 | 581 | 2620 | 1728 |
एससी-PWD | 297 | 34 | 28 | 142 | 93 |
एसटी | 3161 | 371 | 294 | 1640 | 856 |
एसटी-PWD | 181 | 20 | 16 | 96 | 49 |
ओबीसी | 9456 | 741 | 1032 | 4615 | 3068 |
ओबीसी-PWD | 493 | 35 | 57 | 243 | 158 |
टोटल सीट्स(इंक्लूडिंग फीमेल सुपरन्यूमेरी) | 39425 | 4703 | 4023 | 18620 | 12079 |
सीट कैपेसिटी | 37952 | 4683 | 4023 | 17967 | 11279 |
फीमेल सुपरन्यूमेरी | 1473 | 20 | 0 | 653 | 800 |
NTA की तरफ से जारी एडवाइजरी
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भीड़ से बचने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाएं रखने के लिए उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड 2020 में दिए गए समय के अनुसार परीक्षा केंद्र पहुंचना होगा।
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परीक्षा केंद्र पहुंचने पर सुरक्षाकर्मी द्वारा हर कैंडिडेट्स के शरीर के तापमान की जाँच की जाएगी।
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कैंडिडेट्स को तीन लेयर वाले मास्क उपलब्ध कराए जाएंगे। परीक्षा के दौरान इसी मास्क को इस्तेमाल करना होगा।
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परीक्षा हॉल में प्रवेश करने से पहले हर उम्मीदवार को वहां उपलब्ध हैंड सैनिटाइजर से अपने हाथों को साफ करना होगा।
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उम्मीदवारों को जेईई मेन एडमिट कार्ड, आईडी कार्ड, पारदर्शी बॉल प्वाइंट पेन, अतिरिक्त तस्वीरें, व्यक्तिगत हैंड सैनिटाइजर और पारदर्शी पानी की बोतल ले जाने की अनुमति होगी।
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भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए हॉल के अंदर दो सीटों के बीच गैप को रखा जाएगा।
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बार कोड रीडर के माध्यम से जेईई मेन एडमिट कार्ड की जाँच की जाएगी, फिजिकल कॉन्टेक्ट से बचने के लिए मेटल डिटेक्टर के जरिए फ्रिस्किंग की जाएगी।
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दिव्यांग छात्रों के पास दिव्यांगता प्रमाण पत्र होना चाहिए और अपना स्क्राइब खुद लाना होगा। स्क्राइब को शैक्षिक प्रमाण पत्रों से संबंधित स्व घोषणा पत्र, कोविड-19 संबंधी स्वघोषणा पत्र और वैध सरकारी आईडी कार्ड लाना होगा।
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ड्राइंग टेस्ट के लिए कैंडिडेट्स को खुद का ज्योमेट्री बॉक्स और कलर पेंसिल लाना होगा।
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माता-पिता को सलाह दी जाती है कि वे जेईई मेन परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्रों पर न रहें।
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उम्मीदवारों को परिसर में कम से कम 6 फीट की दूरी रखना अनिवार्य है।
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मोटे सोल वाले जूते / चप्पल और बड़े बटन वाले कपड़ों की अनुमति नहीं है।
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