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बदलते जॉब मार्केट के लिए खुद को तैयार करना है जरूरी, एडवांस्ड इंजीनियरिंग से जुड़े ये बीटेक कोर्सेस रखेंगे आपको अपडेट
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इस बात में कोई दो राय नहीं है कि मेकैनिकल, इलेक्ट्रिकल, केमिकल और सिविल इंजीनियरिंग जैसी ब्रांचेज हमेशा ही इस फील्ड की प्रमुख ब्रांचेज रही हैं और भविष्य में भी रहेंगी। लेकिन मौजूदा दौर में इंडस्ट्री में ऐसी कई नई टेक्नोलाॅजीज सामने आई हैं जिन्हें सीखना भी इंजीनियर्स के लिए जरूरी हो गया है। इनमें इंटरनेट ऑफ थिंग्स, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स भविष्य का निर्माण करने वाले विषय बन चुके हैं। ऐसे में इंडस्ट्री में रेलेवेंट बने रहने के लिए कुछ एडवांस्ड इंजीनियरिंग के बीटेक प्रोग्राम्स हैं जिनमें से किसी एक को चुना जा सकता है।
मैन्युफैक्चरिंग व इंडस्ट्रियल आईओटी
स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग में रैपिड प्रोटोटाइपिंग, कनकरंट इंजीनियरिंग, 3डी प्रिंटिंग, सेंसर्स, रोबोटिक डिजाइन व कंट्रोल जैसे नए ट्रेंड्स उभर रहे हैं। इसके अलावा स्मार्ट होम्स व कॉमन इकोसिस्टम्स जैसे कॉन्सेप्ट्स भी आ रहे हैं। इससे छात्रों को काफी फायदा हो रहा है।
एम्बेडेड सिस्टम एंड वियरेबल टेक्नोलॉजी : कमर्शियल उपयोग के अलावा वियरेबल टेक्नोलॉजी का उपयोग नैविगेशन सिस्टम्स, एडवांस्ड टेक्स्टाइल्स व हेल्थ केयर में भी किया जा रहा है।
करिअर विकल्प: मैन्युफैक्चरिंग, प्रोसेस प्लान इंजी., रोबोटिक सिस्टम्स डिजाइन, इंडस्ट्रीयल ऑटोमेशन, ऑटोमोटिव एम्बेडेड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेंट मैन्युफैक्चरिंग।
एडवांस्ड मटीरियल्स एंड नैनोटेक्नोलॉजी
इस फील्ड में इंडस्ट्रीयल पर्पज के लिए पदार्थ (मैटर) का एटॉमिक, मॉलिक्यूलर व सुपरमॉलिक्यूलर स्केल पर उपयोग किया जाता है। यहां स्टूडेंट्स को मटीरियल साइंस, मटीरियल प्रोसेसिंग, मेमोरी एलॉयज, सेल्फ-हीलिंग पॉलिमर्स आदि की जानकारी दी जाती है।
करिअर विकल्प: रिसर्च साइंस, मैन्युफैक्चरिंग इंजीनियरिंग, मटीरियल इंजीनियरिंग, मटीरियल डिजाइन इंजीनियरिंग, प्रोसेस इंजीनियरिंग, प्रॉडक्शन इंजीनियरिंग।
स्मार्ट मोबिलिटी डिजाइन एंड इंजीनियरिंग
स्मार्ट ट्रांसपोर्टेशन एक और ऐसा फील्ड है जिसमें भविष्य में काफी संभावनाएं हैं। यही वजह है कि देश में ट्रांसपोर्टेशन एंड मोबिलिटी सेक्टर में स्किल्ड वर्कफोर्स की अच्छी मांग है। एक मोबिलिटी डिजाइन इंजीनियर के तौर पर आपको केवल डिजाइनिंग ही नहीं आनी चाहिए, बल्कि आपमें क्रिटिकल, एनालिटिकल व प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स भी होनी चाहिए।
करिअर विकल्प: डिजाइन इंजीनियरिंग, ऑटोमेशन इंजीनियरिंग, रिसर्च साइंस, मटीरियल इंजीनियरिंग, इंडस्ट्रीयल ऑटोमेशन इंजीनियरिंग, प्रॉडक्शन इंजीनियरिंग, रेलवे इंजीनियरिंग।
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